मेंढ़क का राजा कौन: Who Is The King Of Frogs Story In Hindi – यह नैतिक के साथ एक मजेदार कहानी है। एक कहानी जरूर पढ़े
यह नैतिक कहानी एक लोमड़ी पर आधारित है। कार्टून पात्रों के साथ पूरी कहानी पढ़ने के लिए और कहानी पढ़ने का आनंद लें। आगे बढ़ते रहो और बढ़ते रहो। सभी बच्चों को प्यार मेंढक कहानी है।
कहानी का नाम | मेंढ़क का राजा कौन: Who Is The King Of Frogs Story In Hindi |
कहानी के पात्र | मेंढ़क |
कहानी के पात्र: Story characters
नाम | मेंढ़क |
रंग | भूरा |
आयु | 5 साल |
मेंढ़क का राजा कौन: Who Is The King Of Frogs Story In Hindi
एक दलदल के किनारे बहुत से मेंढ़क रहा करते थे। वहां हर ओर पानी ही पानी था। वह बहुत आराम से, एक साथ मिल-जुल कर रहा करते थे। कोई भी किसी को हानि नहीं पहुँचाता था। लेकिन अपने समुदाय में बदलाव के लिए उनमें से कुछ मेढ़क एक राजा चाहते थे। वैसे तो हर तरह से उनके जीवन में शान्ति ही शान्ति थी, लेकिन फिर भी वह सभी अपने लिए एक राजा नियुक्त करना चाहते थे, जो हर मेढ़क के ऊपर दृष्टि रखें और अपने समुदाय के लोगों में अनुशासन बनायें रखे। उन मेंढकों ने देवदूत से प्रार्थना की और कहा- “हे देवदूत ! हमें कृपया एक राजा दीजिए।”
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मेंढकों को इस प्रकार टर्राते देख देवदूत हँसने लगे और उन्होंने एक लकड़ी का बड़ा भारी टुकड़ा तालाब में गिरा दिया। सारे मेंढ़क उसके नीचे दब गये। इसके बाद भी मेंढक शान्त नहीं हुए और टर्र टर्र कर अपने लिए राजा की माँग करते रहे तो इस पर देवदूत ने उनके लिए एक बगुला को राजा नियुक्त कर दिया। वह बगुला सभी मेंढकों पर दृष्टि रखता और जैसे ही कोई मेंढक ज्यादा उछलता, वह उसे खा जाता। इस प्रकार एक- एक करके बगुला सभी मेढ़क खा गया।
कहानी से शिक्षा [मेंढ़क का राजा कौन]: Moral of the Story
- इतनी आसानी से कभी किसी पर भरोसा मत करो।
- लोग आपका उपयोग कर सकते हैं इसलिए दूसरों से लापरवाह रहें।
- कभी भी मूर्खता से निर्णय न लें।